भूलेख यूके, उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू किया गया एक ऑनलाइन पोर्टल है जिसे उत्तराखंड राजस्व विभाग द्वारा राज्य के सभी भूमि रिकॉर्ड को डिजिटल बनाने और उन्हें उत्तराखंड भूलेख पोर्टल की मदद से आम नागरिकों को उपलब्ध कराने के लिए शुरू किया गया है।
इस वेबसाइट के माध्यम आप खसरा, खतौनी की नकल निकालने और उत्ताखंड भूलेख से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
उत्तराखंड भूलेख पोर्टल पर खतौनी की नकल कैसे देखें?
उत्तराखंड सरकार ने नागरिकों को अपनी जमीन देखने के लिए ऑनलाइन सुविधा की शुरुआत की है जिससे नागरिक अपनी जमीन की खतौनी ऑनलाइन देख पाएंगे। खतौनी नकल भूलेख उत्तराखंड देखने के लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा-
- सबसे पहले तो आपको यूके भूलेख पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- उसके बाद होमपेज पर Public ROR के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आप भूमि रिकॉर्ड जांच के लिए अपना जिला, तहसील और राजस्व ग्राम चुन सकते हैं।
- अब आप खसरा/गाटा या खाता नंबर अथवा खातेदार का नाम दर्ज करके आगे बढ़ सकते हैं। अगर आप खतौनी नकल नाम के अनुसार देखना चाहते हैं तो आपको खातेदार का नाम वाला विकल्प चुनना होगा। नीचे दिए गए विकल्पों की मदद से आप खतौनी की नकल देख सकते हैं-
- खसरा/गाटा द्वारा
- खाता संख्या द्वारा
- रजिस्ट्री द्वारा
- म्यूटेशन दिनांक द्वारा
- विक्रेता द्वारा
- क्रेता द्वारा
- खातेदार के नाम द्वारा
- अब आप अपने विकल्प के मुताबिक अपनी जानकारी प्रदान करेंगे और खोजें के की बटन पर क्लिक करें और उसके बाद अपने गाटे का चुनाव करके उद्धरण देखे पर क्लिक करिए।
- इसके बाद खतौनी नकल भूलेख उत्तराखंड में चयनित गांव के गाटे संख्या वाली खतौनी दिख जायेगी।
यूके भूलेख नक्शा कैसे देखें?
- उत्तराखंड में अपनी जमीन का नक्शा देखने के लिए आपको सबसे पहले उत्तराखंड भू-नक्शा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके बाद आपको अपना जिला, तहसील और गांव का चुनाव करना होगा।
- इसके बाद आपकी स्क्रीन पर आपने गांव का भू-नक्शा दिखाई देने लगेगा।
अब इस लैंड मैप में आप जिस भूखंड का नक्शा और उसके बाद पूरी जानकारी जैसे खातेदार का नाम, खाता संख्या, खसरा संख्या, क्षेत्रफल आदि देखना चाहते हैं, तो आपको उसके नंबर क्लिक करना होगा। उसके बाद उस भूखंड की पूरी जानकारी निकल के आ जायेगी।
यूके भूलेख पोर्टल से भूखंड के वादग्रस्त होने की स्थिति जानें
यदि आप उत्तराखंड में कोई जमीन खरीदने या संपति में निवेश करना चाहते हैं तो आपको यह भी जांचना होगा कि संपत्ति पर किसी प्रकार का कानूनी विवाद तो नही चल रहा है, इसलिए आपको उस भूखंड के वादग्रस्त होने की स्थिति जाननी होगी जिसकी प्रक्रिया निम्नलिखित है:
- सबसे पहले आपको उत्तराखंड के राजस्व न्यायालय प्रबंधन प्रणाली की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- उसके बाद आधिकारिक वेबसाइट पर वाद खोजें के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- अब आपको गाटा संख्या से खोजें के विकल्प पर क्लिक करना होगा और आगे की जानकारी भरना होगा।
- इसके बाद आपको अपना मंडल, जनपद, तहसील, परगना, ग्राम को चुनना होगा।
- इसके बाद आपको गाटा संख्या या खसरा संख्या भरना होगा और खोजें के विकल्प पर क्लिक करना होगा, जिसके बाद आप अपने भूखंड के वादग्रस्त होने की स्थिति जान पाएंगे।
उत्तराखंड भूलेख पोर्टल की विशेषताएं
- सभी जिलों में तहसील स्तर पर भूमि अभिलेखों का कम्प्यूटरीकरण भी पूरा हो चुका है। इस कार्यक्रम के तहत जिला मुख्यालयों पर डाटा सेंटर, राज्य स्तर पर मॉनिटरिंग सेंटर की स्थापना तथा कार्मिकों को प्रशिक्षण देने का कार्य भी अब तक पूरा हो चुका है।
- वर्तमान में सभी तहसीलों में खतौनी का कम्प्यूटरीकरण हो चुका है तथा कानूनी दस्तावेज के रूप में इसकी नकल तहसील से जारी की जा रही है। इसका प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है
- खतौनी की प्रतियों की बिक्री से होने वाली आय का लेखा-जोखा देखने के लिए एक समिति गठित की गई है
- भूमि अभिलेखों के आंकड़ों को इस सीमा तक त्रुटि मुक्त बनाना है कि क्रेता को बिक्री विलेख के पंजीकरण के साथ ही संपत्ति का स्वामित्व प्राप्त हो जाए।
उत्तराखंड भूलेख पोर्टल पर उपलब्ध सेवाएं
- खसरा/खतौनी की नकल
- म्यूटेशन करवाना
- वादग्रस्त की स्थिति
- भू-नक्शा
- स्वामित्व की जानकारी
जिलेवार भूलेख उत्तराखंड की जानकारी
जिले का नाम | भूलेख पोर्टल |
देहरादून | यहां क्लिक करें |
हरिद्वार | यहां क्लिक करें |
चमोली | यहां क्लिक करें |
रुद्रप्रयाग | यहां क्लिक करें |
टेहरी गढ़वाल | यहां क्लिक करें |
उत्तरकाशी | यहां क्लिक करें |
पौड़ी गढ़वाल | यहां क्लिक करें |
अल्मोड़ा | यहां क्लिक करें |
नैनीताल | यहां क्लिक करें |
पिट्ठोरागढ़ | यहां क्लिक करें |
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बागेश्वर | यहां क्लिक करें |
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